Thursday, November 8, 2012

दीपावली



दीपावली की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।


मंगलमय हो आपको दीपो का त्यौहार
जीवन में आती रहे पल पल नयी बहार
ईश्वर से हम कर रहे हर पल यही पुकार
लक्ष्मी की कृपा रहे भरा रहे घर द्वार..









































मंगलमय हो आपको दीपो का त्यौहार
जीवन में आती रहे पल पल नयी बहार
ईश्वर से हम कर रहे हर पल यही पुकार
लक्ष्मी की कृपा रहे भरा रहे घर द्वार..

मुझको जो भी मिलना हो ,बह तुमको ही मिले दौलत
तमन्ना मेरे दिल की है, सदा मिलती रहे शोहरत
सदा मिलती रहे शोहरत  ,रोशन नाम तेरा हो
ग़मों का न तो साया हो, निशा में न अँधेरा हो

दिवाली आज आयी है, जलाओ प्रेम के दीपक
जलाओ प्रेम के दीपक  ,अँधेरा दूर करना है
दिलों में जो अँधेरा है ,उसे हम दूर कर देंगेंमिटा कर के अंधेरों को, दिलों में प्रेम भर देंगें

मनाएं हम तरीकें से तो रोशन ये चमन होगा
सारी दुनियां से प्यारा और न्यारा  ये बतन होगा
धरा अपनी ,गगन अपना, जो बासी  बो भी अपने हैं 
हकीकत में बे बदलेंगें ,दिलों में जो भी सपने हैं



काब्य प्रस्तुति :   
मदन मोहन सक्सेना

Monday, October 15, 2012

मां दुर्गा के स्वरूप

माँ शैल पुत्री


माँ ब्रहाचारिणी


माँ चन्द्र घंटा 









माँ कुष्मांडा 












माँ स्कन्ध  माता 






माँ कात्यायनी 

माँ कालरात्री 

माँ महागौरी 

माँ सिद्धि दात्री



Thursday, October 11, 2012

ब्रह्माण्ड और हम

 ब्रह्मांड में धरती की हैसियत एक तिनके के बराबर भी नहीं है और प्रथ्बी में इन्सान द्वारा बनायी गयी किसी भी बस्तु की औकात आसानी से समझी जा सकती है। फिर भी आदमी है की उसका घमंड जाने का नाम नहीं लेता . यदि इन्सान इस बात को अपने अन्दर उतार ले तो नाना प्रकार के कष्टों से मानव जाति का कल्याण और हमारी धरा भी सुरक्षित रह सकती है।











































बक्त की रफ़्तार का कुछ भी भरोसा है नहीं
कल तलक था जो सुहाना कल बही विकराल हो ...




एक जमी बक्शी थी कुदरत ने हमको यारो लेकिन

हमने सब कुछ बाट दिया मेरे में और तेरे में